अन्ना की गिरफ्तारी और रिहाई
कल का घटनाक्रम में अन्ना की गिरफ्तारी कोई आश्चर्यजनक नहीं था. अगर कुछ आश्चर्यजनक था तो सत्ता के जोकों की घबराहट और व्यवस्था की चरमराहट . देर शाम अन्ना की रिहाई की घोषणा की गयी . परन्तु अन्ना के जेल से बाहर तब तक न निकालने का फैसला जब तक उन्हें समर्थकों के साथ जे पी पार्क में अनशन करने की अनुमति न मिले. यह सत्ता को और मुश्किल में ड़ाल दिया है .
यह विचार अन्ना जैसे परिपक्व और जनता के विचारो के समझाने वाले व्यक्तित्व के मष्तिष्क में ही आ सकता है.
राजीव रंजन चौधरी
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